भारतीय कृषि के पिछड़ेपन का कारण best प्रभाव 2021

आजादी के सात दशक से ज्यादा समय हो गया देश को आजाद हुए और हमने बहुत से क्षेत्र में बहुत बड़ी बड़ी उपलब्धियां हासिल की थी यहां तक कि कृषि क्षेत्र में तो अनाज उत्पादक में हम विश्व के अग्रणी देशों में से एक हैं इसके बावजूद भी देश का किसान और कृषि दोनों पिछड़ेपन का शिकार है आखिर ऐसा क्यों है इस बारे में कुछ बातों को समझते हैं

भारतीय कृषि
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भारतीय कृषि

हम क्यों है पीछे

भारत एक कृषि प्रधान राष्ट्र और हमें यही पता है कि देश देश की 58% जनता कृषि पर निर्भर करती है इसके बाद हम देखते हैं कि किसान इस क्षेत्र से पलायन कर रहा है हमारे देश में किसानों को उसकी उपज का उचित मूल्य नहीं मिल पाता जिस कारण क्षेत्र को छोड़ने के लिए मजबूर हो जाते हैं अगर इसकी दूसरी बात करें तो क्या शिक्षा का इस क्षेत्र में योगदान कितनी भूमिका होनी चाहिए

हम यह भी जानते हैं कि कृषि क्षेत्र में हमारे वैज्ञानिकों ने अनेक आविष्कार किए जिससे फसल की उपज को बढ़ाया जा सके इसमें कोई संदेह नहीं परंतु कृषि करने वाला किसान कितना शिक्षित है हम ही नहीं पूरा विश्व जानता है कि भारत की युवा वर्ग कितना कुशल है और क्या हम इस बात पर गौर किया है कि युवा वर्ग कृषि क्षेत्र में कितना आना चाहता है

निसंदेह कृषि क्षेत्र में युवाओं का रुझान काफी कम है यह इस बात से चलता है कि जब हम हाई स्कूल में या इंटर में होते हैं तो हमें अधिकतर शिक्षक यही सलाह देने कि आप साइंस साइड ले लो या कॉमर्स ले लो आईटी सेक्टर में चले जाओगे इंजीनियर बन जाओगे मसलन उनके द्वारा दी गई सलाह मानना प्रत्येक छात्र का का कर्तव्य है|

हमने इस बात का भी बहुत बार सुना है कि डॉक्टर का लड़का डॉक्टर बनेगा इंजीनियर का लड़का इंजीनियर बनेगा लेकिन यह बहुत ही कम ही सुना होगा कि किसान का बेटा किसान बन रहा है

वैज्ञानिकों ने कृषि क्षेत्र में बहुत से आविष्कार किए उन्नत बीज का आविष्कार फसल कटाई से लेकर फसलों की बुवाई तक वैज्ञानिक तरीकों से उसे करने की बदलाव आया है| परंतु फिर भी हम कहीं ना कहीं इस बात को नकार नहीं सकते की और क्षेत्रों के मुकाबले कृषि की स्थिति दयनीय है

भारतीय कृषि को चलिए तथ्यों के माध्यम से कृषि को समझते हैं

विकास दर के निम्न आंकड़े:-

वर्षविकास दर (%)
2012-131.5
2013-145.6
2014-15(0.2)
2015-160.6
2016-176.3
2017-185.0
2018-192.9
2019-202.8
2020-213.4

हमने इन आंकड़ों से यह तो समझ ही लिया है की भारत की विकास दर में कृषि का कितना योगदान है|

भारतीय कृषि के पिछड़ेपन के तीन कारणों

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